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श्यामदेउरवा:कहां गए गौभक्त:गौ माता को नोच-नोच कर खा रहे हैं आवारा कुत्ते

अनीसुर्रहमान सिद्दीकी

ख़बर में लगी तस्वीर आपके मन को विचलित कर सकती है लेकिन सच्चाई यही है कि भारतीय जनता पार्टी जो कि दूसरे धर्म के लोगों को गौरक्षा के मामले में टारगेट बनाती है। असल में उन्हीं के राज में गौवंश का बुरा हाल हो रहा है।ये तस्वीर श्यामदेउरवा थाने के पिपरपति के समीप एसआर के पेट्रोल पंप के समीप की है जहां पर एक गाय मरी हुई पड़ी हुई है और इस गाय के शव को कुत्ते नोच रहे हैं। लेकिन किसी की नज़र इस मरी गाय पर नही पड़ी,आज सुबह से ही भाजपा के बड़े नेताओं का इस रोड़ से काफ़िला गुजरा है लेकिन किसी की नज़र इस मरी गाय पर नही पड़ी,जानकारी के अनुसार किसी वाहन की टक्कर से गाय की मौत हुई है,जिस गाय को हम माता कहते हैं, जिस गाय के गोबर व मूत्र से कैंसर जैसी भयानक बीमारियों के इलाज के लिए दवाई बनती है, उसी गाय को आवारा कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे हैं लेकिन वहां गौभक्त नजर नहीं आ रहे। क्या हम गौ माता से सिर्फ लेना ही जानते हैं। जो गौ माता हमें सारी जिंदगी हमेशा देती है और बदले में सिर्फ भरपेट चारा मांगती है उसकी मौत के बाद हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं कि उसके शव को दफना दिया जाए। दफना न सको तो कम से कम इन आवारा कुत्तों का निवाला बनने से तो बचाओ।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ योगी सरकार गौ रक्षा के भी बड़े-बड़े दावे करती है और प्रदेश में हिंदुत्व को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर गौशालाओं का निर्माण किया गया है। लेकिन बीजेपी के गौ रक्षा के झूठे दावों की पोल वक्त वक्त पर खुल जाती है।साल 2014 के बाद जब से केंद्र की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी ने कदम रखा है। तब से गाय को एक राजनीतिक जानवर बना दिया है जो कि चुनावों के दौरान सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन वास्तविकता यही है कि धर्म के नाम पर इस्तेमाल की जाने वाली गाय की हालत भाजपा के राज में निंदनीय है। धर्म के ठेकेदारों और हिंदूवादी संगठनों में गौ रक्षा तभी देखने को मिलती है। जब दूसरे धर्म के लोगों की मोब लिंचिंग करनी हो।