कोविड-19 के खतरे के बीच अपने गंतव्य की ओर रवाना होने वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। मजदूर हज़ारों किमी दूरी तय कर अपने गांवों की ओर रवाना हो रहे है। ऐसे में इन प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए अब लोग भी आगे आ रहे हैं, उनको हर सम्भव मदद कर रहे हैं, ऐसा ही वाक्या कुशीनगर के कसया से हेतिमपुर रोड पर देखने को मिला। जहां पर घर जा रहे मजूदूरों के लिए कसया क्षेत्र के पतयाँ निवासी एक युवा मददगार बना।
यह युवा पैदल व ट्रकों से जाते मजदूरों की पिछले 45 दिनों से लगातार मदद कर रहा है। मजदूरों के लिए मददगार बने युवा जहाँगीर ने बताया कि क्षेत्र से रोजाना दर्जन से ज़्यादा श्रमिक जो घर के लिए पलायन कर रहे थे उन्हें खाने के पैकेट बांटने का काम कर रहे हैं। इस पैकेट में सेब, केला, केक बिस्कुट और पानी की बोतल है। जहाँगीर ने बताया है कि उन्होंने इस बार प्रवासी मजदूरों की परेशानी को देखते हुए ईद नहीं मनाने का फैसला किया है। जहांगीर के साथ उनके साथी सुधीर राव, मुकेश कुमार यादव, एडवोकेट आनंद राय, जितेंद्र कुमार, रमेश जयसवाल, बिनय सिह, महेश बर्मा, साहिल अहमद, सत्यप्रकाश राव,शमसाद खान,अजय जयसवाल, मारकडेय मिश्रा, राजकुमार मदेशिया, अमन जयसवाल, रवि यादव ने पूरा साथ दिया।