
महराजगंज। विश्व होम्योपैथिक दिवस के अवसर पर प्रमिला होमियो क्लिनिक एंड रिसर्च सेंटर शिवनगर महाराजगंज में डॉक्टर सैमुएल हैनीमैन का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया गया महाराजगंज के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा डॉ हेमंत श्रीवास्तव द्वारा डॉक्टर के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया डॉ हेमंत श्रीवास्तव ने बताया डॉक्टर हैनीमैन ने होम्योपैथी की खोज कर कई लोगों की जिंदगियों को बचाया है इस चिकित्सा प्रणाली द्वारा गंभीर और असाध्य रोगों का भी सुगमता से उपचार किया जाता है ,एवं बीमारी को समूल नष्ट किया जाता है ,होम्योपैथिक एक ऐसी चिकित्सा प्रणाली है जो विश्व की दूसरे नंबर की चिकित्सा श्रेणी में आता है एवं न केवल अपने देश में बल्कि विदेशों में भी इसका काफी बोलबाला है काफी लोग इस चिकित्सा प्रणाली से जुड़कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं और अपने शरीर को रोग मुक्त कर रहे हैं डॉक्टर हेमंत श्रीवास्तव ने बताया होम्योपैथी द्वारा किसी भी रोगों को उसके लक्षण के अनुसार इलाज कर बीमारी को समूल नष्ट किया जाता है! होम्योपैथी के अनुसार यदि किसी पदार्थ से एक स्वस्थ व्यक्ति में बीमारी के लक्षण होने लगते हैं, तो वही पदार्थ उसे थोड़ी सी मात्रा में देने पर वह ठीक हो सकता है। होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के सिद्धांत के रूप में होम्योपैथिक दवाएं शरीर की अपने आप ठीक होने की क्षमता को बढ़ा देती है। होम्योपैथी के चिकित्सकों को होम्योपैथ कहा जाता है, जो नियमों के अनुसार पहले रोग का निदान करते हैं और फिर परिणामों के अनुसार दवाएं व अन्य उपचार थेरेपी निर्धारित करते है। आज जब आधुनिक चिकित्सा (एलोपैथी) तकनीक की ऊँचाइयों को छू रही है, वहीं होम्योपैथी अपनी सौम्यता, स्थायीत्व और व्यक्ति-केंद्रित दृष्टिकोण के कारण पुनः लोकप्रियता प्राप्त कर रही है। विशेष रूप से क्रोनिक बीमारियों जैसे – एलर्जी, माइग्रेन, त्वचा रोग, अस्थमा, डिप्रेशन, आर्थराइटिस और थायरॉइड संबंधी समस्याओं में होम्योपैथी ने उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं।इलाज के दौरान आमतौर पर मरीज को गोलियां व घोल दिए जाते हैं, जिन्हें एक निश्चित मात्रा में दवा के सक्रिय तत्व होते हैं। हालांकि, विज्ञान की तरफ से अभी तक कोई ऐसा प्रमाण नहीं मिल पाया है, जिसमें होम्योपैथी दवाओं को किसी रोग के इलाज के लिए प्रभावी बताया गया हो।डा हेमंत श्रीवास्तव द्वारा लगातार आज के डिजिटल युग में टेलीमेडिसिन, मोबाइल एप्स, और ऑनलाइन कंसल्टेशन के माध्यम से होम्योपैथिक सेवाएँ देश विदेश तक भी पहुँच रही हैं।कार्यक्रम में मुख्य रूप से , डा अनिल श्रीवास्तव, कमलेश चौधरी, अनिल चौधरी , अनामिका प्रजापति , रूबी कश्यप , श्रीकांत आदि लोग मौजूद रहे !