महराजगंज में सशस्त्र सीमा बल की 66 वीं वाहिनी बीओपी बैरिया बाजार के कमांडर एसआई विश्वजीत ने बुधवार की सुबह अपने बेड पर अपनी ही गन से गले में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुन अन्य जवान मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक विश्वजीत की मौत हो चुकी थी। जवानों ने तत्काल इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी। एसडीएम नौतनवा राम सजीवन मौर्य व सीओ रणविजय सिंह थाना इंचार्ज शिव मनोहर यादव के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया।
एसएसबी जवानों के मुताबिक कमांडर एसआई विश्वजीत पुत्र प्रेम प्रकाश हमीरपुर हिमांचल प्रदेश का रहने वाला था। पारिवारिक कलह से जूझ रहा था। कई दिनों से अवसाद में दिख रहा था। बताया जा रहा है कि बुधवार की सुबह वह अपने बिस्तर पर ही अपने ही गन से गले में गोली मार ली। गले में सटाकर गोली मारी गई थी, जिससे गोली गले को छेदते हुए पार हो गई। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही कम्पनी के कार्यवाहक कमांडेंट जीललाल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तत्काल इसके सूचना एसडीएम रामसजीवन मौर्य और सीओ रणविजय सिंह को दी। एसडीएम की जांच रिपोर्ट के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया।
जिम्मेदारों का यह है कहना
66वीं वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंड जीतलाल का कहना है कि एसआई विश्वजीत बीओपी के कमांडर थे। उन्होंने अपने ही हथियार से गले में गोली मारकर आत्महत्या की है। उन्होंने इस तरह के कदम क्यों उठाया? जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
एसडीएम नौतनवा राम सजीवन मौर्य का कहना है कि जांच-पड़ताल में फिलहाल अभी आत्महत्या की बात सामने आ रही है। बाकी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
सीओ नौतनवा रणविजय सिंह का कहना है कि मौके की जांच-पड़ताल की गई है। फिलहाल अभी परिवारिक मसले को लेकर आत्महत्या की बात सामने आ रही है। जांच के बाद ही स्पष्ट जानकारी हो सकेगी।