महाराजगंज। जिला मुख्यालय स्थित महालक्ष्मी लॉन में महाराजगंज के पूर्व सांसद कुंवर अखिलेश सिंह पूर्वांचल किसान यूनियन (गैर राजनीतिक संगठन) का गठन किया। इस अवसर पर संगठनात्मक प्रस्ताव ध्यानेश्वर मणि त्रिपाठी ने पढ़कर सुनाया, इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुंवर अखिलेश सिंह ने कहा कि देश आजादी के बाद गांव और शहरों के बीच अंतर बढ़ता गया। पिछले 2 दशक में गांव से शहर की तरफ पलायन बड़ा है और किसानों को लगातार हर क्षेत्र में कठिनाई का सामना करना पड़ा है। आज पूर्वांचल किसान यूनियन कर सम्मेलन के माध्यम से सर्वसम्मत से निम्न मांगों को प्रस्तावित किया गया। स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट उनके कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर घोषित किया जाए। महाराजगंज जनपद हरियाणा और पंजाब के औसत के बराबर गेहूं तथा बंगाल और उड़ीसा के औसत के धान का उत्पादन करता है, गन्ने का उत्पादन भी पूर्वांचल में सर्वाधिक होता है, श्री सिंह ने कहा कि महाराजगंज जनपद का बड़ा भूभाग जंगलों से घिरा हुआ है, जंगली जानवर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। संपूर्ण जंगल क्षेत्र की सीमाओं को तार बाड़ से घेरा जाए, महाराजगंज की बंद गरौरा, घुघुली, फरेंदा चीनी मिल को तत्काल चलाया जाए, नहीं तो पूर्वांचल किसान यूनियन अब मूर्त रूप में आ चुका है, बड़े पैमाने पर जन आंदोलन करेगा। पुलिस प्रशासन को चेताया की किसानों के साथ किसी भी प्रकार का उत्पीड़न अब हम बर्दाश्त नहीं करेंगे, बहुत जल्द किसानों के हितों के मांग पूरा न होने पर एक बहुत बड़ा जेल भरो आंदोलन भी किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से रामकोला के पूर्व विधायक मदन गोविंद राव, भीमसेन उर्फ लल्लू सिंह, अहसन खान, जितेंद्र यादव, दिनेश यादव उतरी चंद यादव, श्रीकिशुन यादव, अमरनाथ यादव, घनश्याम शुक्ला, अमित पासवान, राजाराम भारती, सरजू यादव, गोलू पासवान, अखिलेश मौर्या, ओम प्रकाश यादव, रामायण प्रसाद, धनंजय सिंह, अबुल कासिम, सुरेंद्र यादव, नगीना यादव, प्रमोद यादव, दिनेश यादव, रामकरन यादव, प्रधान अक्षय कुमार चौहान, मासूम अंसारी, आशुतोष शुक्ला, दीपक गौड़, अनूप मद्धेशिया, राममिलन, जफर आलम खान, जयप्रकाश यादव, संतराम, अब्दुल मन्नान, इमरान खान, वसीम अकरम, अमेरिका निषाद, गोरख प्रजापति सहित तमाम किसान प्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।