उत्कृष्ट सेवा के लिए जिलाधिकारी ने किया सम्मानित
मिला सम्मान तो दो गुने उत्साह से काम में जुटीं पूनम
रंगोली बनाकर महिलाओं को पढ़ा रहीं मिशन शक्ति का पाठ
सौरभ पाण्डेय
महराजगंज-04 नवम्बर 2020
उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूनम शुक्ला को जिलाधिकारी डाॅ.उज्ज्वल कुमार ने सम्मानित किया है । सम्मानित होने के बाद अब वह दो गुने उत्साह से काम में जुट गयी हैं। वह समुदाय में जागरूकता की रोशनी बिखेर रहीं हैं। इसके साथ ही अपने कार्यों की बदौलत वह परतावल ब्लाक में एक नजीर बन गयीं हैं।
कोरोना काल में ग्राम निगरानी समिति के साथ मिल कर उन्होंने प्रवासी कामगारों को चिन्हित करने का काम किया और बसहिया खुर्द के 73 प्रवासियों में से कुछ को प्राथमिक विद्यालय स्थित क्वारंटीन सेंटर और कुछ को तथा होम क्वारंटीन कराया। इनमें से 55 लोगों के घरों पर खुद स्टीकर लगा कर उनके परिवार को कोरोना प्रोटोकॉल के बारे में बताया तथा लोगों से अमल भी कराया। समय समय पर उन घरों पर जाकर फाॅलोअप भी किया।
उक्त अवधि में ही गाँव में छह प्रसूताओं के घर विजिट कर नवजात शिशु देखभाल एवं स्तनपान कराने पर जोर दिया। प्रसूताओं को बताया कि शिशुओं के लिए माँ का दूध संपूर्ण आहार है। ऐसे में कम से कम छह माह तक सिर्फ और सिर्फ स्तनपान ही कराएं। वहीं पर चार गर्भवतियों को भी सेहत व एनीमिया के प्रति सचेत किया।
दस्तक अभिमान और संचारी रोग नियंत्रण माह में घर – घर जाकर जागरूकता फैलायीं । लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए साफ सफाई, स्वच्छ पेयजल, शौचालय प्रयोग के फायदे बताए गए। हाथ धोने के तरीके भी बताए। बुखार से पीड़ित आठ बच्चों का प्राथमिक विद्यालय पर आयी स्वास्थ्य विभाग की टीम से परीक्षण कराया।
गाँव में महिलाओं के बीच जाकर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत नारी सुरक्षा के लिए उपयोगी वीमेन पावर 1090, महिला हेल्प लाइन नंबर 181, पुलिस आपातकालीन सेवा 112 तथा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 सेवा को रंगोली के जरिये विस्तार से बता रही हैं।
साथ ही 102 तथा 108 एंबुलेंस सेवा को महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी बताते हुए महिलाओं को अपनी सुरक्षा तथा सुविधा के लिए उक्त सेवाएं तथा टोल फ्री हेल्प लाइन की सेवा लेने की बात बताती हैं और कहती हैं कि सभी के पास यह ये सभी नंबर उपलब्ध होने चाहिए।
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किशोरियों का कराया स्वास्थ्य परीक्षण
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूनम शुक्ल ने बताया कि उनके गाँव में 10-19 वर्ष आयु वर्ग की कुल 25 किशोरियां चिन्हित हैं, जिनका बीते दिनों प्राथमिक विद्यालय पर आई स्वास्थ्य विभाग की टीम से स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दवाएं एवं सेनेटरी पैड देकर किशोरावस्था में सहेत के प्रति सचेत किया गया। इससे पहले वेबिनाॅर कार्यशाला के जरिए किशोरियों को जानकारी दिलाई गयी थी।
पूनम शुक्ला बताती हैं कि कक्षा 8 व 10 पास करके स्कूल छोड़ चुकी गाँव की किशोरी महिमा, चांदनी, सपना,गीता तथा ज्योति और उनके परिवार के लोगों को शिक्षा का महत्व बता कर स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया।
परतावल ब्लाक की बाल विकास परियोजना अधिकारी निरजा गुप्ता, मुख्य सेविका सीमा दुबे तथा वरिष्ठ लिपिक राधेश्याम सिंह ने कहा कि उत्कृष्ट सेवा देकर पूनम शुक्ला एक नजीर बन गयीं हैं। अन्य कार्यकर्ताओं को भी इनसे सीख लेनी चाहिए।