महराजगंज। सिसवा पुलिस चौकी व कोठीभार थाना से जुड़े वायरल वीडियो का मामला चल ही रहा था कि मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक और आडियो वीडियो वायरल होने से पुलिस विभाग में हडक़म्प मच गया है। एसपी प्रदीप गुप्ता ने चौकी इंचार्ज समेत 12 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
तस्कर व पुलिस में ऐसे होती है साठ गाँठ
तस्कर: सिसवा पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही तूफान को पांच हजार रूपया दिया है। दीवान छोटेलाल साहब ने रोक दिया है।
चौकी इंचार्ज सिसवा: क्यों रोके है।
तस्कर: साहब वो कहते है कि हम लोगों को नहीं मिल रहा है।
चौकी इंचार्ज सिसवा: कौन दीवान, बात कराइये।
तस्कर: बात करिये दीवान साहब।
कोठीभार थाने के दीवान छोटेलाल: जयहिन्द सर
चौकी इंचार्ज सिसवा: दीवान जी क्यो रोके है। दीवान छोटेलाल: सर चार पांच लाइन वाले है, अन्य वगैर लाइन वाले है। हम बार्डर पर है सर। चौकी इंचार्ज सिसवा: कस्बे में यह सब मत करें।
दीवान छोटेलाल: सर मैं बार्डर पर हूं।
सिसवा चौकी इंचार्ज: कस्बा हो या कस्बा का बार्डर हो यह सब काम मत करिये। अगर कोई बात हो तो एसओ साहब या मुझसे बात करें। ज्यादा दिमाग मत चलाइये। ज्यादा दिमाग चलाइये तो हमे भी दिमाग चलाने आता है। दीवान छोटेलाल: जी।
इन पर हुई कार्यवाई
चौकी प्रभारी सिसवा कोठीभार उप निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह, मुख्य आरक्षी छोटेलाल आरक्षी शरद यादव, बृजेश रावत, मुलायम चौहान, अभय शंकर यादव, रोशन यादव, अवनीश कृष्ण,आनन्द कुमार यादव, प्रशान्त पाल, राहुल गौतम व तूफान सिंह यादव
पहले वायरल वीडियो का क्या था मामला
सिसवा पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही तूफान सिंह यादव ने अपना वीडियो बनाकर वायरल किया था। इसमें उसने सिसवां बाजार चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार सिंह पर आरोप लगाया कि वह तस्करी में पकड़ी गई गाड़ी को छोड़ दिए। इस मामले में विरोध करने पर चौकी इंचार्ज ने थाना पर जाकर सिपाही के खिलाफ रपट लिख दी। इसी से नाराज सिपाही ने चौकी प्रभारी की पूरी पोल खोल दी। इस मामले में सीओ की जांच सौंपी गई, लेकिन उसमें कहानी का क्लाइमेक्स बदल दिया गया। जांच में यह रिपोर्ट दिया गया कि दरोगा ने तस्करी की गाड़ी पकड़ने के लिए सिपाही को बुलाया, लेकिन वह नहीं आया। इस वजह से उसके खिलाफ रपट लिखा गया।