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महराजगंज: अपहरण के तीन दिन बाद पीयूष का मिला शव, अपना ही निकला हत्यारा

महराजगंज: सदर कोतवाली के बांसपार बैजौली गांव में 6 वर्षीय मासूम बच्चे का अपहरण के तीन दिन बाद शव बरामद हुआ। पिछले 72 घण्टो से पुलिस की नींद उड़ाने वाले इस मामले में अपहरणकर्ता कोई और नहीं बल्कि मासूम पीयूष का नाबालिग चाचा मनीष ही निकला। मनीष पिछले साल अपने ही अपहरण की कहानी गढ़ी थी, फिर दिन बाद बरामद हो गया था। इस वजह से शक की सुई मनीष की तरफ भी थी, पुलिस की पूछताछ में तीसरे दिन मनीष ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। उसने बताया कि पीयूष के अपहरण के बाद उसका हाथ पैर व मुंह बांध गांव के ही एक मकान में सीढ़ी के नीचे बने कमरे में बंधक बना कर रखा है, मनीष के बताए जगह पर पीयूष नही मिला, पर कुछ दूरी पर उसकी लाश बरामद हो गई।

सदर कोतवाली के बांसपार बैजौली गांव से छह वर्षीय मासूम पियूष पुत्र दीपक गुप्ता 9 दिसंबर को घर के बाहर खेल रहा था। उसी दौरान उसका अपहरण हो गया था। इस मामले में दीपक गुप्ता के घर से थोड़ी दूर एक कथित चिठ्ठी फेंककर अपहरणकर्ताओं ने 50 लाख की फिरौती की मांग की थी। इस मामले में केस दर्ज कर सभी पहलुओं की गम्भीरता से जांच की गई। छानबीन के दौरान पता चला कि पीयूष के अपहरण में उसके चाचा मनीष का ही हाथ है। फिरौती की चिट्ठी की हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई गई। वह हैंड राइटिंग मनीष की राइटिंग से मिली।
:- प्रदीप गुप्ता, एसपी महराजगंज