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पूण्यतिथि पर याद किए गए जनवादी कवि गोरखपांडेय

जन संस्कृति मंच देवरिया व जुगुल किशोर खेतान ब्रह्मदेव तिवारी शिक्षण एवं प्रशिक्षण महाविद्यालय पकड़ी वीरभद्र के सहयोग से प्रसिद्घ जनवादी कवि और जेएनयू के रिसर्च एसोसिएट गोरख पांडेय की पुण्यतिथि शुक्रवार को विद्यालय परिसर में मनाई गई। पूर्व प्राचार्य संत विनोबा पीजी कालेज देवरिया प्रो असीम सत्यदेव व नागेंद्र मिश्र तथा उनके भाई बलराम पांडेय व भतीजे विष्णु पांडेय ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर व्याख्यान एवं काव्य-पाठ का आयोजन किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पूर्व प्राचार्य प्रो असीम सत्यदेव ने गोरख पांडेय पर लिखे जनगीत जाग को गाया। बीएचयू के प्रोफेसर सदानंद शाही ने कहा कि गोरख पांडेय जमीनी स्तर पर गहरे कवि थे। गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजेश मल्ल ने कहा कि गोरख पांडेय की कविता आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक, जातीय, लैगिंक विसंगतियों से उत्पन्ना विक्षोभ व गुस्से से भरी हुई कविताएं हैं।विद्यालय की छात्रा अनुराधा सिंह ने गोरख पाण्डेय के गीत एक दिन राजा मरने आसमान में उड़द मैंना बानी घरे लेअइने मैना ना। उनके गांव पंडित मुंडेरा उर्फ देउरवा के
जितेंद्र प्रजापति ,शुभम कुमार दुबे, करुणेश कुमार द्विवेदी लक्ष्मण प्रसाद, अशोक कुमार पासवान ने उनके गीत लाल लिबास, और क्या लिखूं, नागेंद्र मिश्रा ने बेटियां, तुम्हारा होना एक पुरुष कुछ औरतें, ड्रांइग, स्वेटर, जय श्रीराम, सांकल, सहमें हुए लोग, जिंदगी की हांडी, चिचिर, चिड़िया काव्य पाठ की कविताएं गाई। कार्यक्रम का संचालन सचिदानंद मिश्र ने किया। इस अवसर पर प्राचार्य पी पी गहलोत,जन संस्कृति मंच देवरिया के महासचिव मनोज कुमार सिंह, विनोद पांडेय,चतुरानन ओझा, आदि लोग मौजूद रहे।