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पूण्यतिथि पर याद किए गए जनवादी कवि गोरखपांडेय

जनवादी कवि गोरख पांडेय की पुण्यतिथि मंगलवार को देसही ब्लाक अंतर्गत स्थित उनके निवास स्थान पंडित मुंडेरा उर्फ देउरवा में मनाई गई। पूर्व प्रधान गोरख तिवारी व उनके छोटे भाई बलराम पांडेय ने संयुक्त रुप से उनके चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित किया।गोरख तिवारी ने कहा कि जनवादी कवि
गोरख पांडेय मजदूरों व सोशितो की आवाज थे।अपने गांव आते थे, तो वहां के मज़दूरों और शोषितों के साथ ही समय बिताते। वह उन्हें कहते थे कि इन ज़मीनों-खेतों पर तुम्हारा भी हक है। अश्वनी तिवारी ने उनकी कविता आशा का गीत
आएंगे, अच्छे दिन आएंगे गर्दिश के दिन ये कट जाएंगे
सूरज झोपड़ियों में चमकेगा
बच्चे सब दूध में नहाएंगे गाया।

गौरव द्विवेदी ने उनके प्रसिद्ध गीत
समाजवाद बबुआ धीरे धीरे आई का सुमधुर गायन किया। जयप्रकाश द्विवेदी ने उनकी एक अख्यात कविता की चर्चा करते हुए अपनी बात रखी। काहें बोली बोलेलू चाँय चाँय बबुआ।
जइसे गोली मारेलू धाँय धाँय बबुआ।। विष्णु पाण्डेय ने उनकी जनवादी छवि की चर्चा करते हुए उनकी यादों को साझा किया।
आयुष्मान पांडेय ने उनके संस्मरणात्मक गद्य का वाचन किया।संचालन जन संस्कृति मंच के सचिदानंद पांडेय ने किया।
कार्यक्रम में बलराम पाण्डेय, सुरेश पाण्डेय,शैलेन्द्र पाण्डेय, ओमप्रकाश गुप्ता, राजेन्द्र प्रसाद, रामकिशुन गोंड़,दुर्जन गोंड़,जयकृष्ण सिंह,श्रीराम जायसवाल ग्रामवासियों की उपस्थिति रही।