न्यूमोकॉकल बैक्टेरिया से होने वाली निमोनिया को रोकने की पहल
नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होगा पीसीवी नामक टीका
सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम
कुशीनगर 25 जुलाई 2020
न्यूमोकॉकल बैक्टेरिया से होने वाली निमोनिया को रोकने के लिए जनपद में न्यूमोकॉकल कांजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) की तीनों डोज निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। अगस्त महीने से यह सभी सरकारी अस्पतालों और एएनएम सब सेंटर पर निःशुल्क लग सकेगा।
उक्त बातें मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.नरेन्द्र गुप्ता ने सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने बताया कि इस टीके को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में 8 अगस्त से शामिल किया जाएगा। पहले 11 टीके निःशुल्क लगाये जाते थे, जिनकी संख्या बढ़ कर अब 12 हो जाएगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ एसपी सिंह,डाॅ सुरेश गुप्ता , सभी सीएमएस, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम भी मौजूद रहे ।
उन्होंने कहा कि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लोग आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम को ब्लॉक पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रशिक्षण देंगे।
उन्होंने जनसमुदाय से अपील की है कि लोग आगे आकर बच्चों को यह टीका लगवाएं क्योंकि देश में हर साल इस निमोनिया से 1.5 लाख बच्चे जान गंवा देते हैं।
उन्होंने बताया कि देश में 5.6 लाख बच्चे न्यूमोकॉकल बैक्टेरिया के कारण होने वाली निमोनिया से गंभीर तौर पर बीमार हो जाते हैं जो चिंता का विषय है। शासन ने इस बात को ध्यान में रखते हुए कुशीनगर जनपद के भी नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में पीसीवी को शामिल किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) जोने को-आर्डिनेटर डाॅ. सागर घोडकर, डाॅ. गुंजन, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहबाज, यूएनडीपी के सत्य प्रकाश ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया ।
जिला टीकाकरण अधिकारी/ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि बहुत से बच्चे केवल निमोनिया के चपेट में आकर अपनी जान गवा देते हैं। उन्होंने कहा कि अब तक बच्चों को बीसीजी,जेई/एईएस, मिजिल्स रूबेला, हैपेटाइटिस बी, पेंटावैनेलट, एफआईपीवी आदि के टीके और पल्स पोलियो ड्राप व विटामिन ए का घोल निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता था। मगर अब निमोनिया का भी टीका मुफ्त लगेगा।
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कोविड-19 प्रोटोकॉल का करें पालन
एसीएमओ ने लोगों से अपील किया है कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने बच्चों का नियमित टीकाकरण अवश्य करवाएं। टीके का बच्चे की सेहत पर कोई प्रतिकूल असर नहीं होता है। प्रत्येक बुधवार व शनिवार को सभी एएनएम सब सेंटर्स, स्वास्थ्य केंद्रों व शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क टीकाकरण होता है। कोविड-19 संक्रमण के कारण टीकाकरण में फिजिकल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है। जो भी लोग टीकाकरण के लिए बच्चों को सेंटर पर ले आएं वह हाथों की साफ-सफाई, मॉस्क के उपयोग और दो गज दूरी का अवश्य ध्यान रखें।
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पांच साल में सात बार, छूटे न टीका एक बार
जिला टीकाकरण अधिकारी ने ‘’पांच साल में सात बार, छूटे न टीका एक बार’’ का नारा दोहराते हुए कहा है कि गर्भवती महिलाओं के लिए टीडी 1, टीडी 2 व टीडी बूस्टर, बच्चे के जन्म के समय ओपीवी 0, हेपेटाइटिस बी बर्थ डोज, बीसीजी, जन्म के छह सप्ताह के भीतर ओपीवी 1, रोटा 1, एफआईपीवी 1, पेंटावैलेंट1 व पीसीवी 1, 10 सप्ताह के भीतर ओपीवी 2, रोटा 2, पेंटावैलेंट 2, 14 सप्ताह के भीतर ओपीवी 3, रोटा 3, एफआईपीवी 2, पेंटावैलेंट 3, पीसीवी 2, 9 से 12 महीने के बीच एमआर1, जेई 1, पीसीवी बी, 16 से 24 महीने के बीच ओपीवी बी, डीपीटी बी 1, एमआर 2, जेई टू, 5 से 6 साल के बीच डीपीटी बी 2, 10 साल की उम्र पर टीडी और 16 साल की उम्र पर लगने वाला टीडी टीका स्वास्थ्य विभाग निशुल्क उपलब्ध कराता है। अब इसमें पीसीवी का टीका भी जुड़ जाएगा।