सहजन और आंवला से करें कुपोषण पर वार
तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह के तहत डीपीओ ने किया सहजन को रोपण
सौरभ पाण्डेय
महराजगंज:- सदर ब्लाॅक के आंगनबाड़ी केन्द्र सिसवा अमहवा पर सहजन का पौधरोपण कर जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेन्द्र कुमार राय ने उपस्थित जनों से कहा कि सहजन और आंवला से अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं तथा कुपोषण से निजात पाएं। उन्होंने अपील की कि किचन गार्डेन को भी बढ़ावा दें। डीपीओ ने कहा कि पूरे सितंबर माह तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाएगा। इस दौरान सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 05 वर्ष तक के सभी बच्चों का वजन कराएं तथा लंबाई का माप कराएं।
यदि कोई बच्चा अति कुपोषित मिले तो उसे पुनर्वास केन्द्र पर भर्ती कराया कर उसे कुपोषण से मुक्त कराएं। साथ ही बच्चों व गर्भवती धात्री महिलाओं को पोषाहार वितरित कर उसका विभिन्न प्रकार का व्यंजन बनाकर सेवन करने के लिए भी प्रेरित करें। सभी को कोरोना प्रोटोकॉल पर भी विशेष ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा कि सहजन का हर अंग स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। सहजन की पत्तियों में प्रोटीन,विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई के साथ आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम व जिंक जैसे तत्व पाए जाते हैं। जिससे रोगों से लड़ने में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोरोना काल में तो इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा कि पहले भी अति कुपोषित बच्चों के घरों पर सहजन का पौधरोपण कराया गया था, उन सभी पौधों के रख रखाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाय ताकि वह पौधे सूखने न पाएँ।
पौधरोपण के दौरान सिसवा अमहवा आंगनबाड़ी केन्द्र पर सदर के बाल विकास परियोजना अधिकारी विजय चौधरी, फरेन्दा के बाल विकास परियोजना अधिकारी बृजेन्द्र जायसवाल, मुख्य सेविका शांति देवा तथा मंजू भी मौजूद रहीं।
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बच्चों का वजन कर तैयार करें रिपोर्ट
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जिले के सभी 3133 आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि वे अपने केन्द्र से जुड़े 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों का वजन तथा लंबाई का माप कराएं।
इस दौरान यदि कोई भी बच्चा कुपोषित या अति कुपोषित हो तो उसकी नए सिरे से पूरी रिपोर्ट तैयार कर परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराएं। अति कुपोषित बच्चों को पुर्नवास केन्द्र पर भर्ती भी कराएं।
कोरोना काल में जो भी जिम्मेदारी सौंपी गयी है उसे कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पूरी निष्ठा से निभाएँ। सभी लोगों को माॅस्क लगाने, दो गज की दूरी बनाए रखने तथा साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए भी प्रेरित करें।