हज कमेटी ऑफ इंडिया ने भारतीय हज यात्रियों की तरफ से हज यात्रा 2020 के लिए जमा कराए गए पैसों को वापस करने का फैसला किया है। हज कमिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर मकसूद अहमद खान की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस साल यानी हज 2020 के लिए सऊदी अरब सरकार ने कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए रद्द करने का फैसला लिया है।
मकसूद अहमद ने कहा कि भारत से हज यात्रा पर जाने के इच्छुक सभी यात्रियों के जमा कराए गए रुपयों को वापस करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि हज कमिटी ऑफ इंडिया ने सभी हज यात्रियों का जमा पूरा रुपया वापस करने का फैसला लिया है।
उन्होंने हज यात्रियों से अनुरोध किया है कि कमेटी के वेबसाइट पर यात्रा रद्द करने संबंधी एक आवेदन पत्र अपलोड किया गया है। इस फार्म को भरने के बाद यात्रियों के अकाउंट में सीधे पैसा वापस कर दिया जाएगा। कोविड-19 संक्रमण की वजह से यात्रा को लेकर के सऊदी हुकूमत की तरफ से अभी तक जो जानकारी दी गई है उसी को मद्देनजर रखते हुए ही हज यात्रा पर जाने के इच्छुक यात्रियों की यात्रा को रद्द करने और उनका पैसा वापस करने फैसला लिया गया है।
स्थिति स्पष्ट करने की रखी गई थी मांग
मुस्लिम सेवा संघ ने केंद्रीय अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से 2020 के हज यात्रा की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की थी। मुस्लिम सेवा संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता फारूक पठान ने कहा था कि यदि हज यात्रा नहीं होती है तो हाजियों की ओर से जमा की गई रकम वापस की जाए। फारूक पठान ने कहा था कि हज करने के लिए अब ज्यादा समय नहीं है। अभी तक हज कमिटी ऑफ इंडिया द्वारा यह भी सूचना नहीं दी गई है कि इस वर्ष हज होगा या नहीं। उन्होंने कहा था कि इस संबंध में हज कमिटी अपनी जिम्मेदारी ठीक ढंग से निभाने में कमजोर पड़ती नजर आ रही है। इसके कारण हज करने की तैयारी करने वाले लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। उसके बाद अब यह फैसला सामने आया है।