उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जनपद कोरोना महामारी के चपेट में आ चुके हैं , लगातार पृथक – पृथक जनपदों से कोरोना के मरीजों के मिलने का क्रम जारी है ।
इस दौरान बाहर प्रदेशों में काम कर अपना जीवन यापन करने वाले कामगारों व मजदूरों के भी आने का सिलसिला ग्राम सभाओं में जारी है । उत्तर प्रदेश जिसे ग्राम सभाओं के द्वारा प्रयासरत उन्नत प्रदेश भी कहा जाता है , उस उत्तर प्रदेश में ग्राम सभाओं में भी कोरोना की महामारी ने कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है । इसका प्रमुख कारण सरकार के हाथ खड़े कर देना व जनप्रतिनिधियों विशेषकर ग्राम प्रधानों , क्षेत्र पंचायत सदस्यों का इस व्यवस्था में सहयोग न करना प्रमुख कारण माना जा रहा है । क्वारन्टीन में आने वाले प्रवासी मजदूरों को नियमतः कम से कम 21 दिन सामाजिक दूरी ( सोशल डिस्टेंस ) का पालन करना अत्यंत आवश्यक है उसे मात्र 2 से 3 दिनों में क्वारन्टीन केन्द्र ( प्राथमिक विद्यालय / उच्च माध्यमिक विद्यालय ) से छोड़ दिया जा रहा है । ज्ञातव्य हो कि इस दौरान उसे व उसके परिवार को चिकित्सक द्वारा जो सामाजिक दूरी व जरूरी स्वास्थ्य चेतावनी दी जा रही है उसका भी पालन इन लोगों के द्वारा बिल्कुल नहीं किया जा रहा है ।
ग्राम सभाओं की धरातलीय हकीकत यह है कि क्वारन्टीन केंद्र में केवल गरीब , कमजोर व मध्यम वर्गीय परिवार के मजदूर व कामगारों को ही रोका जा रहा है या यथा सम्भव वे खुद रुक रहे हैं किंतु जब बात रसूखदारों व धनी लोगों की आ रही है तो वे एक दिन भी वहाँ नहीं ठहर रहे हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग लगातार यह निर्देश जारी कर रहा है कि जब कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है तो क्वारन्टीन प्रणाली के द्वारा ही इस रोग को फैलने से रोका जा सकता है ।
धरातल पर कोरोना महामारी के प्रति जागरूक करने वाले वारियर्स को भी सही जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है । कोरोना वारियर्स अगर सम्भावित संदिग्ध के परिवार को कोई हिदायत सम्बन्धी सलाह दे रहे हैं तो ग्राम प्रधानों के द्वारा व सम्भावित ग्राम चुनाव प्रत्याशियों के द्वारा उन्हें जलील कर दिया जा रहा है ।
मूल बात यह है कि जो 15 से 21 दिन क्वारन्टीन किये गए मजदूर या कामगार या बाहरी व्यक्ति के लिए निर्धारित किये गए हैं उनका खुला उल्लंघन ग्राम सभाओं में सरेआम देखा जा रहा है । प्रवासी के परिवार को भी इन्हीं नियमों का पालन होम क्वारन्टीन के दौरान करना होता है उसका भी कहीं कोई पालन होता बिल्कुल नहीं दिख रहा है ।
आप सभी ग्राम सभाओं के नागरिकों से विनम्र निवेदन है कि प्रवासियों को जिन्हें छुपा कर ग्राम सभाओं में बैठा लिया गया है और जो लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं उनकी सूचना आप पुलिस के हेल्पलाइन नम्बर 112 पर अवश्य दे । आपकी पहचान गुप्त रखी जायेगी ।
आशा है आप कोरोना महामारी के इस दौर में आप कोरोना योद्धा बनकर देश की हिफाजत में कदम बढाएंगे
याद रखें 🙏
क्योंकि ग्राम सभाएं बचेंगी तभी देश भी बच सकता है ।