कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान शुरू करने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) नई दिल्ली ने अपनी सहमति जता दी है। जीडीसीए अगले सप्ताह तक औपचारिक लाइसेंस जारी कर देगा, जिसके बाद एयरपोर्ट अपनी सुविधानुसार विमानों का संचलन शुरू कर सकेगा। फरवरी से पहली उड़ान की तैयारी है, जो लखनऊ और गया के लिए होगी।
पिछले महीने एयरपोर्ट का निरीक्षण करने आई टीम एयरपोर्ट की सुविधाओं और तकनीकी व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आई। टीम ने दिसम्बर के पहले सप्ताह तक उड़ान के लिए लाइसेंस जारी करने का हवाला दिया है। लाइसेंस की प्रक्रिया के बीच एयरपोर्ट प्रशासन ने फरवरी से उड़ान शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। यहां से पहली उड़ान लखनऊ और बिहार के गया के लिए होगी। तैयारियों में कोई कमी न रह जाए, इसके लिए गोरखपुर एयरपोर्ट के निदेशक अनिल कुमार द्विवेदी की पहले निदेशक के तौर पर यहां स्थाई तौर तैनाती कर दी गई है।
रन-वे समेत सभी निर्माण कार्य पूरे
कार्यदायी संस्था राइट्स ने 3200 मीटर लंबाई व 45 मीटर चौड़ाई में रनवे का निर्माण करा दिया है। रनवे से जुड़े अन्य निर्माण मसलन, टर्निंग बिल्डिंग, ओवर रन्स, टैक्सीवेज, अप्रन, शोल्डर, अप्रोच रोड, पेरीफेरल रोड, मोबाइल एटीसी, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, आगमन-प्रस्थान, बाउंड्रीवाल तथा एप्रन तक जाने वाले मार्ग का निर्माण, हवाईपट्टी की सफाई और मेंटिनेंस, एयरपोर्ट की सुरक्षा आदि अत्यावश्यक सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। एटीसी बिल्डिंग (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) के निर्माण का काम भी काफी हद तक पूर्ण हो चुका है। जब तक सभी कार्य पूर्ण नहीं हो जाते, तब तक के लिए मोबाइल एटीसी स्थापित कर दिया गया है। हवाईपट्टी की बाउंड्री के सभी खुले हिस्सों को बंद करा दिया गया है।
यूपी समेत बिहार के पड़ोसी जिलों को भी सहूलियत
नागर विमानन मंत्रालय की स्कीम ‘उड़ान-3’ के तहत कुशीनगर एयरपोर्ट से दोनों उड़ानें शुरू होंगी। टर्बो एविएशन को इसकी जिम्मेदारी मिली है। कुशीनगर एयरपोर्ट से लखनऊ की यात्रा एक घंटे में पूरी होगी वहीं बिहार के गया जिले की महज एक घंटे में। लखनऊ के लिए हवाई सेवा शुरू होने से कुशीनगर के अलावा गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज समेत बिहार के पड़ोसी जिलों के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
लखनऊ के लिए अभी सिर्फ सड़क मार्ग सेवा
कुशीनगर से लखनऊ के लिए अभी सिर्फ सड़क मार्ग ही सहारा है। ट्रेन से यात्रा के लिए कुशीनगर के लोग सड़क मार्ग से गोरखपुर आते हैं और फिर लखनऊ पहुंच पाते हैं। इसमें सात घंटे लगते हैं।
जीडीसीए ने कुशीनगर एयरपोर्ट का सर्वे पूरा कर लिया है। अगले सप्ताह तक लाइसेंस मिलने की संभावना है। फरवरी से पहली उड़ान शुरू होने की तैयारी है।
अनिल कुमार द्विवेदी, डायरेक्टर, कुशीनगर एयरपोर्ट