महराजगंज: निचलौल में स्टूडियो संचालक जितेंद्र प्रजापति उर्फ जीवन का शव 24 मार्च को शौचालय की टंकी से बरामद हुआ था। जितेंद्र का हाथ और पैर कंप्यूटर में प्रयोग होने वाले तार से बंधा हुआ था। हत्यारे ने गले पर धारदार हथियार से वार कर मौत के घाट उतार दिया था। मृतक के पिता रमेश की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी थी। शुक्रवार को इस हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया। हत्यारा अभिषेक जितेंद्र के स्टूडियो में उसके साथ काम करता था। पुलिस जांच की सुई अभिषेक के ऊपर गई तो पर्त-दर-पर्त सच्चाई सामने आने लगी। जितेंद्र ने घर की जमीन बेचकर लगभग 94 हजार रुपया इकट्ठा किया था। वह एक गाड़ी खरीदना चाह रहा था। इस बात की भनक अभिषेक को लगी और उसकी नियत खराब हो गई, उसने 23 मार्च की रात जितेंद्र पर ईटों से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया और वहां मौजूद मंहगे कैमरे और कई कीमती सामान को लूट कर फरार हो गया।