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तड़पते मरीजो और बेचैन परिजनो को देख फफक पड़े सीएसएस

महराजगंज। भँवर जब भी किसी मजबूर कश्ती को डुबोता है, तो अपनी बेबसी पर दूर से साहिल तड़पता है।जी हां किसी शायर की चंद लाइने उस समय सटीक देखने को मिली जब प्रकृति के कहर से जिला अस्पताल पर मरीजो व उनके परिजन बदहवास जान बचाने की जद्दोजहद मे भागदौड़ कर रहे थे और उनकी इस हालत को देख धरती के भगवान भी बेबस नजर आए और उनकी आंखो से आंसू छलक उठे।दवाओ बेड आक्सीजन की मारामारी का वीभत्स दृश्य और तड़पते नाजुक हालात को देख सीएमएस ए.के. राय अपने आफिस मे ही फफक कर रो पड़े।धरती के भगवान के आंख मे आंसू देख अस्पताल का जर्रा जर्रा गमगींन हो उठा।
जनपद मे कोरोना संक्रमण की बढती तादात के बीच चिकित्सक आम जनो की जान बचाने के लिए अपने जीवन को खतरे मे डाल फर्ज निभा रहे है।प्रकृति की मार से इस बार धरती के भगवान भी दुखित है।अस्पताल पर इलाज करा रहे मरीजो और उनके परिजनो की हालत देख पहाड़ भी अपना धैर्य खोता नजर आ रहा है।ऐसा ही कुछ जिला अस्पताल पर उस समय देखने को मिला जब धरती के भगवान का हिम्मत भी तड़पते मरीजो को देख आंसू बन छलक पड़े।चिकित्सक हर सम्भव इलाज कर मरीजो को बचाने मे लगे है लेकिन कई केस मे कोरोना के कहर के आगे दवाइया भी बेअसर हो जा रही है।अभी कुछ रोज पहले जिला अस्पताल के सीएम एस डा ए के राय के सामने अपने पिता को आक्सीजन दिलाने के लिए एक युवक घुटनो के बल झुक आक्सीजन के लिए गिड़गिड़ा रहा था और उस मर्म स्पर्शी दृश्य को देख कोरोना के खौफ के मंजर ने लोगो को झकझोर कर रख दिया।हालांकि उस युवक को आक्सीजन मिला और उसके पिता अभी अस्पताल मे इलाज करा रहे है।इस वाक्या के दो दिन बाद ही एक ऐसा दिल को झकझोर देने वाला दृश्य सामने आया जिससे रुह तक कांप उठी।बेबस मरीजो और उनके बदहवास परिजनो को दवा इंजेक्शन आक्सीजन बेड आदि के लिए भागदौड़ और भयावह मंजर ने सीएमएस के हृदय को झकझोर दिया और धरती के भगवान भी इंसानो की मौत पर फफक फफक कर रो पड़े।हर सम्भव प्रयास और दिन रात मेहनत के बाद भी कुछ मरीजो को बचा न पाने का मलाल उनके आंसू बयां करने लगे तो जर्रा जर्रा हर इंसान का हृदय फफक पड़ा।