अपने सशक्त नेतृत्व का आभास करा रहीं हैं सुमन ओझा………..
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चुने हुए जनप्रतिनिधियों के द्वार पर हर रोज काफिला पहुँचता है , बधाई देता है और फिर एक नए कारवाँ के साथ काफिला अगले सफर की ओर उन्मुख हो जाता है ।
हम बात कर रहे हैं 319 पनियरा विधानसभा क्षेत्र की पूर्व प्रत्याशी व भावी सम्भावनाओं को तलाशती पूर्व मंत्री स्व. जनार्दन प्रसाद ओझा की पुत्रवधू सुमन ओझा की जो इस समय लगातार अपने क्षेत्रीय दौरे से जनता की नजरों में व चौक चौराहों पर चर्चा का केन्द्रबिन्दु बनी हुई हैं । अपने जनसंपर्क अभियान के तहत लगातार वह नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों , क्षेत्र पंचायत सदस्यों व ग्राम पंचायत सदस्यों से मिल रही हैं । इस सम्बंध में उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र की प्रथम चरण की प्रथम श्रेणी है इसकी मजबूती से ही विधानसभा व लोकसभा की मजबूती आती है ।
उन्होंने कहा कि इस जनसंपर्क का मतलब मेरा निजी हित व मेरी अपनी सम्भावनाओं का जुड़ाव मात्र नहीं है इससे मैं ग्राम पंचायतों की उन समस्याओं से भी मुखातिब हो रही हूँ जिनका निराकरण भावी भविष्य में निर्वाचित होने के बाद करना मेरा प्रथम ध्येय होगा । उन्होंने कहा कि मेरे ससुर व समाजवादी विचारधारा के अग्रणी नेता स्व.ओझा जी कहा करते थे कि यदि गरीब की कुटिया में अंधकार है तो हमें अपने घर मे प्रकाश की किरण फैलाने का कोई अधिकार नहीं है और सच्चा नेता वही होता है जो अपनी जनता से लगातार जुड़ा रहता है ।