महराजगंज जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान पहले बच्चे और फिर बाद में मां के दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है। प्रसव के बाद मृत बच्चे को दफनाने के लिए पिता रोते हुए उसका शव लेकर घर चला गया , घर से किसी तरह लोगों ने ढांढस बंधाया तो वह किसी तरह से मन को संभालते हुए जिला अस्पताल पहुंचा । लेकिन उसे क्या पता था, कि जिला अस्पताल पहुंचते ही उसकी जीवन संगिनी भी उसे अलविदा कह जाएगी। जिला अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मौत की सूचना दी तो वह अपने तीन वर्षीय बच्चे के साथ वहीं अस्पताल के फर्श पर बिलख पड़ा।
परतावल क्षेत्र के पनियरा रोड़ पर नहर के पास किराए के मकान में रहता है टुनटुन चाय की दुकान पर रहने वाले टुनटुन की पत्नी रुबीना पेट से थी, सोमवार की सुबह तबीयत बिगड़ी तो उसे लेकर टुनटुन पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल गया, वहां चिकित्सकों में उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया । जिला अस्पताल में हुई जांच में पेट में बच्चा मृत मिला फिर किसी तरह से चिकित्सकों ने उसका सामान्य प्रसव कराया। प्रसव के बाद मृत बच्चे को लेकर उसका पिता टुनटुन अंतिम संस्कार के लिए आ गया। और अंतिम संस्कार के बाद जब पहुंचा तो पाया कि उसके पत्नी को भी मौत हो चुकी थी, गरीबी से मारा टुनटुन ने जिला महिला अस्पताल में कोई विरोध नहीं किया और कुछ देर रोने धोने के बाद जिला अस्पताल के कृपा पर मिले एंबुलेंस से पत्नी का शव लेकर घर के लिए रवाना हो गया टुनटुन बिहार का निवासी है पिछले कई सालों से परतावल में चाय की दुकान में काम करता है मृतक रुबीना का एक दो साल का बच्चा भी है जिस के सर मां का साया उठ गया है।