कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकते हैं,और हार के जीतने वाले को ही आशिक़ अली कहते हैं।
एक पत्थर तबियत से उछालो यारो!!जी हां, इस कहावत को चरितार्थ करने वाला यह वही शख्स है जिसने पनियरा विधान सभा के परतावल ब्लाक में चल रहे धनबल-बाहुबल-पार्टी सिम्बल को…