महराजगंज। निचलौल थाना क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपनी मां का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। यही नहीं बेटे ने मृत मां के शव को अकेले साइकिल पर लेकर श्मशान घाट पहुंच गया। जहां पर उसने आनन-फानन में रात के अंधेरे में ही शव का दाह संस्कार कर दिया। इसके बाद उसने जिला मुख्यालय पहुंचकर सदर कोतवाली पुलिस को आत्मसमर्पण कर दिया।
यह मामला निचलौल थाना क्षेत्र के पिपराकाजी गांव के दक्षिण टोला का है। ग्राम प्रधान श्रीप्रकाश पटेल ने बताया कि गांव का रामदरश चौधरी (42) अपने मां-बाप का इकलौता बेटा है। रामदरश की तीन बहने हैं। करीब दस वर्ष पहले तीनों बहनों की शादियां भी हो चुकी है। वहीं आठ साल पहले रामदरश भी मां-बाप को अकेले घर पर छोड़कर अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर मुंबई चला गया।
कुछ समय बाद वह गांव आकर मां-बाप के नाम की जायदाद की खोजबीन करता रहा। करीब नौ माह पहले पिता चूल्हाही के मौत की सूचना पर आरोपी रामदरश अपना परिवार लेकर घर आया और दाह संस्कार के बाद पुनः मुंबई लौट गया। इसी बीच रामदरश को भनक लगी कि उसकी बुजुर्ग मां सलहनती अपने नाम की जायदाद का कुछ हिस्सा गांव के एक व्यक्ति को बेचने की बात कर रही हैं, तो वह पत्नी को लेकर बीते कुछ दिनों पहले घर चला आया। उसके बाद मां के साथ रहने लगा।
शराब पीने का आदी है रामदरश
इसी बीच शुक्रवार की रात को रामदरश ने अपनी बुजुर्ग मां सलहनती (70) की गला घोंटकर मार डाला। उसके बाद गांव से पश्चिम करीब पांच सौ मीटर दूर श्मशान घाट पर अकेले साइकिल से ले जाकर शव को जला दिया।
निचलौल क्षेत्राधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। मौके पर पुलिस टीम गई थी। आरोपी शव को जला दिया है। आरोपी बेटे पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित को निर्देश दिया गया है। उसने जमीन के लिए मां की हत्या कर दी है, वह जमीन में हिस्सा मांग रहा था।
ग्रामीणों के मुताबिक आरोपी रामदरश चौधरी शराब पीने का आदी है। शुक्रवार की शाम को नशे में बुजुर्ग मां सलहनती से विवाद हो गया। इस दौरान आरोपी रामदरश अपनी मां से मारपीट करने लगा। इतना से जी नहीं भरा तो निर्दयी बेटे ने जन्म देने वाली मां को जमीन पर लेटाकर गला घोंटकर मार डाला।
आधा जायदाद बेच चुकी थी सलहनती
पड़ोसियों से मिली जानकारी के मुताबिक सलहनती देवी करीब दो एकड़ जमीन में से करीब आधा हिस्सा बेच चुकी थी। जो बचा था उसको भी बार-बार बेचने के लिए बेटे को धमकी देती थी। जिससे रामदरश परेशान हो गया था।