यूक्रेन मे फंसा आकान लौटा घर ,बयां किया दर्द
पंकज कुमार रौनियार
महराजगंज।सुनहरे भविष्य की आस मे यूक्रेन गये छात्रो का जीवन खतरे में पड़ा तो परिजन बेहाल हो उठे।रुस यूक्रेन के बीच भीषण लड़ाई के टीवी पर धमाको से उत्तर प्रदेश का महराजगंज का एक परिवार भी का दिल भी दहल उठ रहा था।दिन ब दिन भीषण हो रही लड़ाई की खबर से सदर क्षेत्र के मुडिला तिवारी के रविप्रताप पटेल के घरवालो की धड़कने भी बढ रही थी लेकिन यूक्रेन मे उनके बेटे के लिए जब भारतीय दूतावात देवदूत बन खड़ा हुआ और उनका पुत्र आकाश सकुशल घर पहुचा तो परिवार के खुशी का ठिकाना नही रहा।
जनपद के सदर क्षेत्र के मुड़िला तिवारी निवासी आकाश पुत्र रविप्रताप यूक्रेन मे मेडिकल की पढाई कर रहा था यूक्रेन मे चौथे वर्ष मे अध्ययनरत आकाश रुस यूक्रेन युद्ध के बीच मुश्किलो मे फस गया।बेटे को खतरे मे देख परिजन बेहाल परेशान हो उठे।4मार्च का सबेरा मुड़ला तिवारी के रविप्रताप के सूरज को भी लेकर लौटा तो होली दिवाली की जगमग से घर खिल उठा।घर पहुचे आकाश जब अपने जमीन पर खदम रखा तो मातृभूमि को चूम कर भावविभोर हो उठा।आकाश ने जब आपबीती बताई तो लोग सन्न हो गये।आकाश ने बताया कि वह यूक्रेन के बात गोमोलेट्स नेशनल यूनिवर्सिटी मे चौथी वर्ष का छात्र है।युद्ध के दौरान आकाश 5दिंंन बंकर मे बिताया।पांच दिन बिस्किट और 1.5लीटर पानी से जिंदगी की जद्दोजहद करता रहा।बंकर मे टायलेट फटने के बाद एक रात बम के धमाको के आवाज के बीच बाहर बिताना पड़ा।28फरवरी को बंकर से निकल 8किमी का सफर दौड़ते हुए तत किया।यूक्रेन के पश्चिम दिशा मे कई ट्रेन बदलते हुए1600किमी की यात्रा कर हंगरी बार्डर पर पहुचे जहा दूतावास द्वारा ट्रेन से 350किमी दूर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट पहुचाया गया।फिर दूतावास ने सरकार के खर्चे से दिल्ली भेजा।आकाश ने बताया कि दिल्ली पहुचने के बाद यूपी भवन मे विश्राम किया फिर भारत सरकार ने निशुल्क घर पहुचाया।आकान जब 4मार्च को घर पहुचे तो परिजनो की आखे छलक उठी।आकाश ने बताया कि मुश्किल दौर मे दूतावास ने जिंदगी की उम्मीद जगाई।आकाश ने कहा कि सरकार के सक्रियता से जीवनदान मिला।बिना पैसे खर्च कर घर लौटे आकाश ने सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।आकाश के घर लौटने पर प्रदुम्न पटेल बैजनाथ पटेल अवधराज पटेल सुधाकर पटेल अजय पटेल अभिषेक आदि ने फूल माला से अभिनंदन कर खुशी व्यक्त की।