महराजगंज। बृहस्पतिवार को भिटौली थाना क्षेत्र के दरौली गांव में हुए एक हादसे ने सीधे पराली निवारण में प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि महाराजगंज जनपद में पराली जलाने को लेकर प्रशासन के सख्त कदम उठाते हुए कई किसानों के ऊपर मुकदमा समेत जुर्माना की कार्रवाई भी की है लेकिन इसके बावजूद पराली जलाने की घटना में कमी नही आई।
भिटौली थाना क्षेत्र के दरौली गांव में धान की पराली जलाते समय 70 वर्षीय बुजुर्ग किसान आग की चपेट में आ गया. खेत की आग में झुलसे किसान की दर्दनाक मौत ने जिले में पराली जलाने की घटना को न सिर्फ सार्वजनिक कर दिया है बल्कि रोकथाम के तंत्र के उदासीन रुख का भी प्रतिबिंबित किया है.
महराजगंज जिले के भिटौली थाना क्षेत्र के दरौली गांव, दिन बृहस्पतिवार, समय शाम करीब 4 बजे, गांव के किसान इन्द्रासन गुप्ता अपने खेत में अकेले धान की पराली जला रहे थे. बताया जाता है कि इन्द्रासन गुप्ता पराली को जलाने के बाद बगल के दूसरे के खेत मे खड़ी धान की फसल को बचाने के प्रयास में कम्बाइन के पहिए से बने गड्ढे में लड़खड़ा कर जलती हुई पराली पर गिरे तो तेजी से उठकर भाग नहीं सके. पराली में लगी आग तेजी से खेत में फैली और उसकी चपेट में आकर किसान गंभीर रूप से जल गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना की जानकारी पाकर पहुंचे उनके परिजनों ने पुलिस को सूचना दी और इसके बाद पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मौके पर डीएम , एसपी समेत जनपद के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया. जिलाधिकारी अनुनय झा ने बताया कि पराली जलाने के दौरान 70 वर्षीय इंद्रासन गुप्ता की मौत हो गई है। कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत मृतक के परिजनों को 5 लाख की सहायता राशि सौंपी गई है.