महराजगंज जिले के तमाम जगहों पर आग के कारण फसलों के तबाह होने की खबरें मीडिया के सामने आने लगी हैं। शनिवार को पूरे जिले के 14 स्थानों पर गेहूं की 150 एकड़ फसल शॉर्ट सर्किट में जलकर स्वाहा हो गई तो अन्नदातावों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में जलती फसल को बचाने के हर संभव प्रयास हुए, लेकिन नतीजा नील बटे सन्नाटा।
फसल की जुताई, बुआई, खेत की रखाई सब आग के हवाले हो गई। शॉर्ट सर्किट किसानों की फसलों का काल बन गया।
सदर कोतवाली क्षेत्र के कोदइला, पकड़ी, कोटा मुकुंदपु नेता सुरहुरवा में एक साथ आग की घटनाएं होने से सदर कोतवाल रवि रॉय ने एक जगह अपनी गाड़ी भेजी तो दूसरी जगह खुद प्राइवेट गाड़ी से ही स्थिति को सम्भालने के लिए निकल पड़े। हर स्थान पर कारण का पता तो नहीं, लेकिन गांव के लोगों ने यहां पर भी शॉर्ट सर्किट होने का दावा किया। शुक्रवार के दिन भी जिले के कई गांवों में गेहूं की सैकडों बीघा फसल आग में स्वाहा हो गई थी। कारण वही हाइटेंशन तार और शॉर्ट सर्किट जिसके कारण खेत में खड़ी फसल हवन कुंड में आहुति बन गई।
जानकारों का कहना है कि अधिकतर घटनाओं का कारण गर्मी के बढ़े लोड के कारण हो रहे शॉर्ट सर्किट हैं, फिर चाहे वो ट्रांसफार्मर में हों या हाइटेंशन तार में। गर्मी के कारण तमाम इलाकों में ट्रांसफार्मर जलने की घटनाएं तो आम हैं, लेकिन इससे फसलों का जलना अब चुनौती बन गया है। प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है, कि वो कैसे इन घटनाओं को रोक पाते हैं। दूसरी ओर किसानों का कहना है कि अगर ऐसे हादसे ना रोके गए, तो खड़ी फसल का नुकसान उनके जीवन के लिए एक बड़ी आपदा जैसा बन जाएगा।