महराजगंज: निचलौल ब्लाक के भेड़िया गांव में विकास कार्य कम तथा उनके नाम पर खेल खूब किया गया है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद डीसी मनरेगा के निरीक्षण में गांव में की गई धांधली सामने आई तो हड़कंप मच गया । पुनः कुल पांच जांच कमेटी के द्वारा जांच में लापरवाही पाए जाने के बाद डीएम के निर्देश पर डीसी मनरेगा ने वर्तमान ग्राम प्रधान अखिलेश यादव की पत्नी और तत्कालीन ग्राम प्रधान माया देवी , सचिव रामरतन यादव और TA रविशंकर के खिलाफ कुल 80 हजार रुपये के रिकवरी का आदेश जारी किया है। रिकवरी के बाद इन आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज होने की आशंका जताई जा रही है।
आदेश में रिकवरी करने तथा सभी कार्यों के दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए भी नोटिस जारी कर दिया गया है। दर असल पिछले दिनों भेड़िया गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार को शिकायती पत्र देकर गांव में वर्ष 2020 में हुए तीन सड़कों के निर्माण पर धांधली की शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि गांव में विरिंद्र भारती के घर से नहर पुल तक इंटरलाकिंग के लिए 3.90 लाख, आंगनबाड़ी केंद्र से मुख्य मार्ग तक निर्माण के लिए 3.76 लाख और लोहरपट्टी से रामअासरे भारती के घर तक इंटर लाकिंग के लिए कुल 3.96 लाख रुपये इस तरह से तीनों सड़कों के निर्माण के लिए कुल 11.50 लाख रूपये का भुगतान हुआ था। लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ। इसी बीच उन्हीं सड़कों पर दोबारा कार्य कराने के लिए मनरेगा से पुन: मस्टररोल जारी करा कर काम शुरू कराया जा रहा था। इस मामले में शिकायत के बाद मौके पर डीसी मनरेगा अनिल चौधरी, बीडीओ ओपी गुप्ता, और एक अन्य तीन सदस्यीय टीम समेत कुल पांच टीमों ने मामले में जांच किया था। जांच में भी अनियमितता मिली थी। जिसके बाद जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर अनियमितता पाए जाने पर आरोपित ग्राम प्रधान के विरुद्ध जिलाधिकारी के निर्देश पर 80 हजार रुपये की रिकवरी का आदेश जारी किया गया है। डीसी मनरेगा अनिल चौधरी ने बताया कि अन्य साक्ष्यों के मिलते ही आरोपित के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।