महराजगंज। बीते एक हफ्ते से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है जिसकी वजह से वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए भारत के हजारों बच्चे फंसे हुए हैं और अपने देश लौटने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
इस बीच परतावल विकास खण्ड के परसा खुर्द लौटे एमबीबीएस के छात्र नौशाद पुत्र इब्राहिम ने बताया कि वहां कैसा भयावह माहौल है.
नौशाद के घर लौटने के बाद उसके घर में जश्न जैसा माहौल है. नौशाद ने बताया कि यूक्रेन में हालात बहुत ही गंभीर हो गए है और वहां पर लगातार बमबारी हो रही है. ऐसे में वहां से बॉर्डर तक पहुंचना काफी मुसीबतों भरा हैं.
कुछ स्टूडेंट वतन वापिसी कर चुके हैं और काफी छात्र बॉर्डर पर मौजूद हैं और भारतीय उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं. युद्ध की परिस्थिति में यूक्रेन में छात्रों को स्थानीय सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही है.नौशाद ने बताया कि हंगरी बॉर्डर से मुझे दिल्ली तक फ्लाइट से और वहां से गाड़ी द्वारा अपने घर आया जिस में सरकार ने बहुत मदद किया और इस में मेरा कोई भी पैसा खर्च नही हुआ है