20241113_062049

सड़कें बदहाल, राहगीर बेहाल, बेफिक्र जिम्मेदार

पंकज रौनियार/ महराजगंज: विधान सभा से लेकर लोकसभा तक के चुनाव में भिटौली से हरपुर महंत तक सड़क प्रत्याशियों के लिए वोट बैंक साबित होती है। वादे होते हैं लेकिन चुनाव परिणाम आने के साथ ही सब भुला दिया जाता है। समस्या को पांच साल के लिए यूं ही छोड़ दिया जाता है, शायद यह सोचकर कि अगले चुनाव में फिर इसी बदहाली के बदले जनता वोट देगी।घुघली ब्लाक के भिटौली से हरपुर महंत मार्ग की हालत राहगीरों के लिए मुसीबत बनी हुई है। बदहाल सड़क के निर्माण को लेकर जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं। ग्रामीणों ने इसके निर्माण के लिए जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपील किया लेकिन मांग पत्र ने फाइलों में दबकर दम तोड़ तोड़ दिया। इस मार्ग से भिटौली, बेलहिया, हथियागढ़, कर्मही, हरपुर ,पुरैना ,घुघली,सहित दर्जनों से अधिक गांव के लोग आवागमन करते हैं। सबसे अधिक मुसीबत बरसात में होती है क्योंकि हल्की सी बारिश होते ही सड़क पर फिसलन हो जाती है। स्कूली बच्चों के लिए सबसे अधिक मुसीबत होती है। गांव की जनसंख्या के हिसाब से देखें तो तकरीबन चार हजार लोग इस मार्ग का उपयोग करते हैं। जनप्रतिनिधियों ने अब तक सिर्फ आश्वासन से काम चलाया है। सवाल यह है कि कब तक मूलभूत समस्याओं के नाम पर इस तरह आश्वासन देकर मुंह मोड़ा जाएगा। जनता मुद्दों को लेकर वोट करती है और जब उन्हीं मुद्दों को दरकिनार कर सिर्फ अपने स्वार्थ को लेकर काम किया जाएगा तो समस्याओं का समाधान कैसे होगा।