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खाद की कालाबाजारी शुरू, अधिक रुपये की बोरी खरीद रहे किसान

महराजगंज। खाद की किल्लत व साधन सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल से जिले के सभी साधन सहकारी समिति पर ताला लटक रहा है। जिले भर के किसान खाद के लिए समितियों के चक्कर काट रहे हैं। समिति के सचिवों द्वारा फोन पर खाद का संकट बताया जा रहा है। खाद की उपलब्धता पर वह कुछ कहने से पल्ला झाड लेते हैं। सभी ब्लाक क्षेत्रों में दर्जन भर समितियां हैं पर कहीं भी खाद उपलब्ध नही है। किसानों का कहना है कि धान की कटाई के बाद महंगे डीजल से खेत की जुताई कर उसे गेहूं बुवाई के लिए तैयार किया जा रहा है। खाद के लिए समिति पर जाने पर वहां ताला लटका मिल रहा है। खाद भी नहीं है। इससे मजबूरन दुकानों से खाद लेनी पड़ेगी। समय पर खाद न मिलने से तैयार खेत खराब हो रहे हैं, कई दिनों से खाद लेने के लिए समितियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन न तो समिति खुल रही है और न ही कोई कर्मचारी बैठ रहा है। साधन सहकारी समिति के सचिवों का कहना है कि चार पांच दिन में समितियों को खाद उपलब्ध हो जाएगी। उधर गेहूं की बुवाई के लिए तैयार हो रहे खेत खाद न मिलने से सूख रहे हैं। इससे किसान परेशान नजर आ रहे हैं। मजबूरन महंगे और ओवर रेट में प्राइवेट दुकानों से खाद खरीद कर गेहूं की बुवाई करने पर किसान विवश हैं। सहकारी समितियों में खाद न होने का फायदा प्राइवेट दुकानदार भी उठा रहे हैं। 1200 रुपये वाली डीएपी 1400, 1500 रुपये में बेच रहे हैं।