उत्तर प्रदेश की भर्तियों में हो रही लेटलतीफी और भ्रष्टाचार के खिलाफ गोविन्द मिश्रा ने शुरू किया प्रदेश व्यापी अभियान
वर्षों से लंबित पड़ी भर्तियों, भर्तियों में भ्रष्टाचार और रिक्त पदों पर नई भर्ती लाने के मुद्दे को लेकर युवा नेता व बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ आंदोलन चला रहे गोविन्द मिश्रा ने अभियान छेड़ दिया है। बताते चलें कि गोविन्द मिश्रा दिल्ली से संचालित संगठन युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
बीते मंगलवार को गोविन्द मिश्रा की ओर से उत्तर प्रदेश में विभिन्न भर्तियों से जुड़े प्रतियोगी छात्रों व समूहों के साथ आनलाईन संवाद आयोजित किया गया। इस बैठक में 800 से ज्यादे युवाओं ने भाग लिया। युवा संवाद में प्रदेश की दरोगा भर्ती, लेखपाल भर्ती, शिक्षक भर्ती, जूनियर इंजीनियर भर्ती, पीईटी अभ्यर्थी, ग्राम विकास अधिकारी भर्ती, मुख्य सेविका भर्ती, बीपीएड भर्ती समेत कई अन्य भर्तियों से संबंधित युवाओं ने हिस्सा लिया।
युवा संवाद में युवाओं को संबोधित करते हुए गोविन्द मिश्रा ने कहा कि हम सब अलग अलग अपनी अपनी भर्तियों के लिए लड़ रहे हैं। जबकि सबकी मांग लगभग एक जैसी है, सबकी निष्पक्ष, पारदर्शी एवं समयबद्ध भर्ती की मांग है। सरकार किसी भी भर्ती समूह के साथ हुए अन्याय के खिलाफ उठ रही आवाज को ठीक से नहीं सुन रही है। सरकार तक युवाओं की बात पहुचाने के लिए एकजुट होकर आवाज उठानी पड़ेगी।
गोविन्द मिश्रा बताया कि हाल ही में दिल्ली में आयोजित एक बैठक में 113 संगठनों एवं समूहों ने एक साथ आकर ‘संयुक्त युवा मोर्चा’ का गठन किया था। अब जरूरत है प्रदेश के सभी भर्ती समूह इस मोर्चा के हिस्सा बन कर अपनी आवाज उठाएं। युवा संवाद में सम्मिलित तमाम भर्ती समूहों ने ‘संयुक्त युवा मोर्चा’ में सम्मिलित होने के प्रस्ताव पर सहमति जताई।
युवा संवाद कार्यक्रम में को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय युवा नेता व युवा हल्ला बोल के संयोजक अनुपम ने कहा कि सबके साथ हुए अन्याय में न्याय तभी होगा जब हम संगठित होकर अपनी अपनी लड़ाई लड़ने के बजाय सांझा लड़ाई लड़ें एवं सरकार पर प्रेशर बनाएं। अनुपम ने युवाओं से संयुक्त युवा मोर्चा में जुड़ जाने की अपील की।
इस संवाद कार्यक्रम में संयुक्त युवा मोर्चा से राजेश सचान, रजत यादव, अशफ़ाक खान, दरोगा भर्ती से विजय, लेखपाल भर्ती से दिव्यांश एवं नकुल, जूनियर इंजीनियर भर्ती से मयूर, राजेश, यूपीएसएसएससी से ताबिश, शिक्षक भर्ती से आदर्श अनुभव ने अपनी बात रक्खी। इस संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रीय मीडिया के कई पत्रकार भी सम्मिलित रहे।