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पिपराइच में पान बेचने वाले के बच्चे का अपहरण, फोन पर मांगा 1 करोड़ की फिरौती

पिपराइच एरिया के मिश्रौलियां की घटना से सनसनी

एसटीएफ, क्राइम ब्रांच सहित कई टीमों ने शुरू की तलाश

पिपराइच एरिया के जंगल छत्रधारी, टोला मिश्रौलियां से 6वीं के छात्र बलराम गुप्ता को अगवा कर एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई है। रविवार शाम पांच बजे परिजनों की सूचना पर पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम जांच में लगी है। जंगल धूसड़ के एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिमकार्ड के दुकानदार और प्रापर्टी डीलर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। एसएसपी ने बताया कि बलराम के साथ खेलने वाले दोस्तों से बात कर जानकारी ली गई है।

अपहरण की बात कहकर मांगे एक करोड़ रुपए

जंगल छत्रधारी, मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्ता अपने घर में ही स्टोर्स चलाते हैं। वह थोड़ा बहुत प्रापर्टी का कारोबार भी करते हैं। उनका बेटा बलराम दोपहर 12 बजे खाना खाकर खेलने के लिए टी शर्ट और पैंट पहनकर निकला। तभी से वह घर नहीं लौटा। परिजनों को लगा कि वह दोस्तों संग खेल रहा होगा। दोपहर तीन बजे महाजन के मोबाइल किसी का फोन आया। उसने बताया कि तुम्हारे बेटे का अपहरण कर लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपए का इंतजाम कर पांच बजे तक बताओ। महाजन ने जब उस नंबर पर फोन किया तो मोबाइल स्वीच ऑफ बताने लगा। लेकिन फिर 10-10 मिनट के बाद उसी नंबर से दो बार फोन आया। दोनों बार बलराम के अपहरण करने की बात करते हुए एक करोड़ रुपए की बात दोहराई गई। महाजन को अपने बेटे के अपहरण की बात पर भरोसा नहीं हुआ।

गांव में तलाश, फिर दी पुलिस को सूचना

महाजन ने बेटे की तलाश गांव में की। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने अपने परिचितों को जानकारी दी। लोगों के कहने पर शाम पांच बजे डॉयल 112 को सूचना दी। एक करोड़ रुपए की फिरौती के लिए बच्चे के अपहरण की सूचना से हड़कंप मच गया। मोहल्ले में गुलरिहा, पिपराइच, सीओ चौरीचौरा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम पहुंच गई। बलराम के साथ खेलने वाले बच्चों से बातचीत कर पुलिस ने जानकारी जुटाने का प्रयास किया। इस दौरान यह भी सामने आया कि एक साल पूर्व बलराम घर से भाग गया था। तब पिता ने बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तीन-चार दिनों के बाद बलराम खुद ही लौट आया था। महाजन की पांच बेटियों में बलिराम इकलौता बेटा है।

बच्चा गायब है। फिरौती के लिए उसके पिता के पास फोन भी आया था। बच्चे का पता लगाने के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच के साथ ही पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है। बहुत जल्दी इस घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

डॉ। सुनील गुप्त, एसएसपी