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निमोनिया से बचाएगा न्यूमोकॉकल -डीएम

सौरभ पाण्डेय

सभी सरकारी अस्पतालों पर मुफ्त में लगेगा यह टीका

बाजार में महंगे दाम पर मिलता है इस टीके का प्रत्येक डोज

महराजगंज:- न्यूमोकॉकल बैक्टेरिया से होने वाले निमोनिया से बचाव के लिए 8 अगस्त को न्यूमोकॉकल वैक्सीन लांच होगा, जो सभी सरकारी अस्पतालों पर मुफ्त में उपलब्ध रहेगा। यह टीका बाजार में मंहगे दाम पर लगता है, मगर अब सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क लगाया जाएगा। उक्त बातें जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार ने कही। वह बुधवार को बुद्धा सभागार में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के सहयोग से आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। डीएम ने कहा कि सभी चिकित्सक इस टीके की विशेषता को जान समझ लें तथा समय-समय पर टीकाकरण करते रहें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि निमोनिया से होने वाली शिशुओं की मौत रोकने के लिए न्यूमोकॉकल वैक्सीन लांच किया जा रहा है, जो आगामी 8 अगस्त से नियमित टीकाकरण में शामिल किया जाएगा। जन्म से एक साल की उम्र तक के बच्चों को वैक्सीन के तीन डोज लगेंगे। इस टीके को लगाने से बच्चों को निमोनिया, सर्दी,जुकाम, डायरिया, मस्तिस्क बुखार जैसी कई अन्य गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है। डिप्टी सीएमओ एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.आइए अंसारी ने बताया कि बहुत से बच्चे केवल निमोनिया की चपेट में आकर अपनी जान गंवा देते है। इसलिए विभाग द्वारा चलाये जा रहे नियमित टीकाकरण में न्यूमोकॉकल कांजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। डिप्टी सीएमओ ने कहा कि निमोनिया से छोटे बच्चों को बुखार के साथ पसीना भी आता है।पसली चलने लगती है।साथ ही साथ बहुत ज्यादा खाँसी शुरू हो जाती है। मगर न्यूमोकॉकल का टीका लगने से इस समस्या से निजात मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अब तक बच्चों को बीसीजी, जेई/ एईएस, मिजिल्स रूबेला, हैपेटाइटिस बी, पेंटावैनेलट,एफआईपीवी आदि टीके और पल्स पोलियो ड्राप व विटामिन ए का घोल निःशुल्क लगाया जाता रहा है।
डब्ल्यूएचओ से जुड़े सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर (एसएमओ) डॉ. संदीप पाटिल ने कार्यशाला में उपस्थित सभी अधीक्षकों, प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों तथा टीकाकरण कार्य में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया ताकि वे सुरक्षित तरीके से बच्चों को टीका लगा सकें।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल, सदर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. केपी सिंह,डब्ल्यूएचओ के धीरज त्रिपाठी और यूनिसेफ के जिला समन्वयक संतोष श्रीवास्तव प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।