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जनता का एक जनप्रतिनिधि ऐसा भी: ग्रामीणों की मदद के लिए 7 घण्टे में 450 km की तय की दूरी

रात 11.30 बजे हुई दुर्घटना, 450 किमी दूर 7 घंटे में घटना स्थल पर पहुच गये प्रधान

भिटौली। पलट देते हैं हम मौजे-हवादिस अपनी जुर्रत से, कि हमने आँधियों में भी चिराग अक्सर जलाये हैं! जी हाँ रामप्रसाद बिस्मिल की लाइनो को चरितार्थ कर युवा आज भी मुश्किलो को रास्ते का धूल बना रहे है। एक युवा ग्राम प्रधान द्वारा अपने हौसले से संकट को रास्ता बदलने के लिए मजबूर करने का एक वाक्या चर्चा मे है जो युवा पीढी के लिए प्रेरणा भी दे रहा है। सदर क्षेत्र अन्तर्गत सेमरा राजा के ग्राम प्रधान ऋषिराज उर्फ टीटू राय ने 450 किमी दूर अपने गांव के घायल व्यक्तियो की मदद के लिए सुबह होने या हमसफर का इंतजार नही किया और रात मे एक बजे घर से लम्बे सफर पर अकेले निकल गये।भिटौली पहुच उन्होने अपने मित्र चंदन मद्धेशिया को साथ चलने को कहा तो आधी रात को भी जाने मे आनाकानी नही की।दोनो 450किमी का सफर 7,घंटे मे तय कर सुबह जब घायलो के पास पहुचे तो घायलो को लगा कि उन्हे संजीवनी मिल गयी।निराश हताश घायल श्रमिको का साहस बढा और उनके परिजनो को राहत मिली।
मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के रीवा के पास नेशनल हाईवे 30 पर भीषण सड़क हादसा हो गया। इसमें 15 लोगों की मौत व 40 लोग घायल हो गये ।पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।12 लोगों की मौके पर जबकि दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्योंथर तथा एक व्यक्ति की मौत संजय गांधी अस्पताल रीवा में हो गयी। आठ लोगों की हालत नाजुक है।शुक्रवार को यूपी पासिंग बस हैदाराबाद से गोरखपुर जा रही थी। तभी रात करीब 11.30 बजे बस के आगे चल रहे ट्रेलर ने अचानक ब्रेक लगा दिया, जिससे पीछे चल रही बस सीधे ट्रॉले में जा घुसी। बस में सभी श्रमिक सवार थे, जो दीपावली मनाने अपने घर जा रहे थे। हादसे की सूचना जैसे ही ग्राम प्रधान को मिली वे तुरंत अपनी गाड़ी से आधी रात को रीवा के लिए अकेले निकल गये।ग्राम प्रधान के इस निर्णय पर परिजनो ने एतराज तक न जताया।ग्राम प्रधान टीटू राय ने भिटौली निवासी चंदन मद्धेशिया से साथ चलने को कहा तो वे राजी हो गये और सुबह8बजे घटना स्थल पर पहुचे भयावह मंजर देख दोनो काप उठे और तुरंत 80किमी दूर अस्पताल के लिए निकले।घायलो का इलाज चल रहा था लेकिन घर से कोसो दूर रोते बिलखते श्रमिक बदसवास थे उन्होने सोचा भी नही था कि इतनी जल्दी इस मुसीबत मे उनके साथ कोई उनका अपना पहुच पाएगा लेकिन जैसे ही सामने ग्राम प्रधान को देखा तो लगा जैसे जिंदगी को रफ्तार मिल गयी।ग्राम प्रधान ने घायलो का परिजनो से बात कराया तो रोते बिलखते बीवी बच्चो को थोड़ी राहत मिली।घायलो को परिजनो के पास ही इलाज मिल सके इसके लिए प्रधान ने अस्पताल से सेमरा राजा के तीन व श्यामदेउरवा थानाक्षेत्र के मंगलपुर के एक घायल व्यक्ति को अपनी गाड़ी से लेकर निकल पड़े।घायलो मे दो व्यक्तियो के हाथ मे फैक्चर हो गया था बावजूद प्रधान चारो का हौसला बढाते रहे और घर लेकर पहुचे।