महराजगंज। विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता हरिशंकर, उपखंड अधिकारी ईश्वर शरण सिंह के अलावा तीन कार्यकारी सहायकों रुदप्रताप पांडेय, राजकपूर व अविनाश मणि पाण्डेय के खिलाफ धोखाधड़ी में कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। अधीक्षण अभियंता ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि विद्युत निगम के कर्मचारियों ने अनियमितता बरतते हुए सरचार्ज की गणना नियमानुसार नहीं की। प्रति माह रीडिंग कम दिखाकर, कम बिजली बिल की वसूली कर उपभोक्ताओं को अनुचित लाभ दिया गया। कंपनी के लेनदारों से 3,62,355 रुपये धनराशि कम वसूली गई। केस दर्ज होने के बाद से विद्युत निगम के कर्मियों में खलबली मच गई है।
जानकारी के अनुसार पिछले महीने 17 अगस्त को उपभोक्ताओं ने विद्युत निगम से गड़बड़ी होने की शिकायत की थी। जिस पर विभागीय जांच समिति गठित कर 19 अगस्त को मुख्य अभियन्ता विद्युत निगम को सूचना प्रेषित की गई, जिस पर 20 अगस्त को अधीक्षण अभियंता आरएस माथुर, शक्ति भवन लखनऊ एवं अधिशासी अभियंता बृजेश कुमार इनर्जी आडिट शक्ति भवन, लखनऊ ने जांच की। जांच में विभागीय उपखंड अधिकारी, अवर अभियन्ता की रिपोर्ट किसी भी संशोधन में शामिल करना नहीं पाया गया। उपभोक्ता द्वारा किस्तों में जमा करने के प्रकरण में सरचार्ज गणना नियमानुसार नहीं की गई। नए मीटर लगाने की सीलिंग का संज्ञान ठीक ढंग से नहीं लिया गया। उपभोक्ताओं द्वारा आरसी/ डीसी मद में जमा धनराशि को भी उपभोक्ताओं के बीजकों में से घटा दिया गया, जबकि इस धनराशि की मद अलग है।